कुछ परेशान सा हूँ, सोचता हूं क्यूं जी रहा हूं मैं, कुछ परेशान सा हूँ, सोचता हूं क्यूं जी रहा हूं मैं,
लड़खड़ाता रहा, थकता रहा पर ना रोया वो ना वो घबराया एक नई उम्मीद लेकर फिर मंज़िल की तलाश में भटकता ... लड़खड़ाता रहा, थकता रहा पर ना रोया वो ना वो घबराया एक नई उम्मीद लेकर फिर मंज़ि...
गुमनाम ख़यालों की नज़्में बना मैं गुनगुना रहा हूँ , बड़ी अरसों के बाद खुद से गुफ़्तग गुमनाम ख़यालों की नज़्में बना मैं गुनगुना रहा हूँ , बड़ी अरसों के बाद खुद ...
सपने देखना ही छोड़ दिया, जबसे सपना टूटता रहा। टूटे सपनों को जोड़-जोड़, नई ज़िंदगी जी सपने देखना ही छोड़ दिया, जबसे सपना टूटता रहा। टूटे सपनों को जोड़-जोड़, ...
हवाओं ने छेड़े है मधुरिम तराने यूं लगे मास मधुमास का आ रहा है। हवाओं ने छेड़े है मधुरिम तराने यूं लगे मास मधुमास का आ रहा है।
हजार वादे न करके बस साथ दे सके , घर जंगल मे सही बस महफ़ूज रख सके । हजार वादे न करके बस साथ दे सके , घर जंगल मे सही बस महफ़ूज रख सके ।